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Sugam Kundali Vidhan (सुगम कुंडली विधान)
₹160.00
Author | Dr. Krishnakant Pandey |
Publisher | Bharatiya Vidya Sansthan |
Language | Hindi |
Edition | 1st edition, 2012 |
ISBN | 978-93-81189-21-4 |
Pages | 270 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 2 x 21 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | BVS0054 |
Other | - |
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CompareDescription
सुगम कुंडली विधान (Sugam Kundali Vidhan) डॉ० कृष्णकान्त पाण्डेय द्वारा विरचित ग्रन्थ ‘सुगम कुण्डली विधान’ का अवलोकन किया। प्राचीन परम्परा के अनुसार सरलतम ढंग से जन्मपत्र तैयार करने का विधान इस ग्रन्थ में दिया है जो निःसन्देह प्रशंसनीय है। संगणक के युग में जहाँ लोग अपनी प्राचीन विधि को छोड़कर सौविध्य के लिए संगणक द्वारा दिये गये परिणाम पर ही निर्भर कर रहे हैं वहाँ इस युवा विद्वान ने अति परिश्रम से सारणियाँ तैयार की हैं जिनसे परम्परागत पद्धति से गणित के बिना भी सरलता से अभीष्ट परिणाम प्राप्त किये जा सकेंगे। शून्य अंश से छासठ अंग उत्तर तथा छासठ अंश दक्षिण तक की लग्नसारणियाँ भी दी गई है। किसी भी स्थान का लग्न साधन सरलता पूर्वक अल्पसमय में ही ज्ञात किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त स्पष्टग्रह साधन, चन्द्र साधन, दशा साधन तथा दशवर्गादि का साधन भी सरलता से सारणी द्वारा करने की विधि दी गई है। सर्वाधिक नवीनता इस ग्रन्थ में यह है कि सारणी द्वारा ही इष्टकाल का भी साधन किया गया है जो अन्यत्र नहीं है। मुझे विश्वास है कि जिज्ञासु पाठक अवश्य ही इससे लाभान्वित होंगे।
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