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Ambedkar Aur Lohiyo Ka Lok Tantra (आंबेडकर और लोहिया का लोकतंत्र)

100.00

Author Dr. Lokesh Kumar Chandel
Publisher Rajasthan Hindi Granth Academy
Language Hindi
Edition 1st edition, 2013
ISBN 978-81-7137-994-1
Pages 168
Cover Paper Back
Size 13 x 1 x 21 (l x w x h)
Weight
Item Code RHGA0066
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Description

आंबेडकर और लोहिया का लोकतंत्र (Ambedkar Aur Lohiyo Ka Lok Tantra) पुस्तक में डॉ. भीमराव अम्बेडकर और डॉ. राममनोहर लोहिया के जीवन दर्शन में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली का विवेचन किया गया है। इसमें बताया गया है कि विश्व में संचालित सभी शासन प्रणालियों में लोकतंत्र ही एक ऐसी शासन प्रणाली है, जिसमें वंचित व हाशिए पर रह रही जाति की आवाज भी बड़ी शिद्दत से सुनी जा सकती है। लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए डॉ. अम्बेडकर ने संविधान में इसकी व्यवस्था की जबकि डॉ. लोहिया ने विपक्ष के माध्यम से सत्ता पक्ष पर नियन्त्रण रखा ताकि सत्ता निरकुंश नहीं हो सके। पुस्तक में बताया गया है कि लोकतंत्र ही वह शासन प्रणाली है, जिसमें बिना गोली चले-बिना खून बहे सत्ता में परिवर्तन होते हैं। दोनों ही चिन्तकों का मानना था कि वोट की ताकत का ही परिणाम है कि ‘रंक’ का बेटा भी शासक बन सकता है। लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए दोनों ही विचारकों ने ‘समानता व बन्धुत्व’ का संदेश दिया। बहरहाल, पुस्तक में डॉ. अम्बेडकर, लोहिया के विचारों की मीमांसा करते हुए लोकतंत्र के समझ चुनौतियाँ, समस्या और समाधान पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है।

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