Dipawali Pujan Paddhati (दीपावली पूजन पद्धति)
₹20.00
Author | Shri Dhar Shastri |
Publisher | Shastri Prakashan |
Language | Sanskrit |
Edition | 1st edition, 2019 |
ISBN | - |
Pages | 47 |
Cover | Paper Back |
Size | 17 x 0.5 x 11 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | SP0023 |
Other | Dispach in 1-3 days |
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दीपावली पूजन पद्धति (Dipawali Pujan Paddhati) दीपावली के दिन-लक्ष्मी-गणेश-बही-कलम दावात आदि की पूजा होती है; रात्रि में जागरण होता है। कहीं-कहीं यमद्वितीया (भइया दुइज) को बही की पूजा होती है। कुछ लोग रामनवमी अथवा विजयादशमी-जैसे पुण्य पर्वो पर बही की पूजा करते हैं। आजकल जनवरी या पहली अप्रैल से नया खाता शुरू करने की परम्परा चल पड़ी है और नया खाता शुरू करने के पूर्व बही की पूजा की जाती है। जब नयी दूकान खोली जाती है, तब पहले बही आदि की पूजा की जाती है। इस प्रकार प्रत्येक व्यापारी प्रतिवर्ष लक्ष्मी-गणेश-कलम-दावात-बही-तराजू-तिजोरी-दूकान की पूजा किया करता है। इस पूजन में गौर-गणेश-कलश-नवग्रह आदि की पूजा करने के पश्चात् लक्ष्मी-गणेश-कलम-दावात-बही आदि की पूजा की जाती है। कुछ लोग दीपावली के दिन सिर्फ लक्ष्मी-गणेश की पूजा कर लेते हैं, बही की पूजा अपनी दूकान की परम्परा में अन्य किसी पर्व पर करते हैं। इस पुस्तक में सभी पूजन का क्रमबद्ध उल्लेख है, जिस दिन जो पूजा करानी हो, तद्नुसार उपयोग करना चाहिए।
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