Paurohitya Karma Paddhati (पौरोहित्य कर्म पद्धति)
₹375.00
Author | Acharya Devnarayan Sharma |
Publisher | Sri Kashi Vishwanath Sansthan |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 3rd edition, 2024 |
ISBN | 978-93-92989-01-8 |
Pages | 600 |
Cover | Hard Cover |
Size | 14 x 4 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | TBVP0005 |
Other | पौरोहित्य कर्म पद्धति – रंगीन यज्ञवेदिका चक्र सहित |
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पौरोहित्य कर्म पद्धति (Paurohitya Karma Paddhati) प्रस्तुत ग्रन्थ पौरोहित्य एवं कर्मकाण्ड के जिज्ञासु एवं दक्ष पण्डितों के सौकर्य को ध्यान में रखकर लिखा गया है। विविध रूपात्मक पौरोहित्यकर्म को सरल एवं व्यवस्थित ढंग से प्रस्तुत करना ही ग्रन्थ का लक्ष्य है। प्रकृत ग्रन्थ मे वैदिक एवं पौराणिक उभय प्रकार के मंत्रों का उल्लेख करते हुए उनकी शुद्धता पर विशेष ध्यान रखा गया है। इसके चौदह अध्यायों में अधिकाधिक उपयोगी विषयों जैसे-प्रातःस्तुति, स्नानाङ्गतर्पण, सन्ध्यावन्दन, पञ्चदेवपूजन, गणपति-गौरीपूजन, कलशस्थापन, पुण्याहवाचन, नवग्रहादि विशिष्टपूजन के साथ ही गर्भाधान से अन्त्येष्टि पर्यन्त षोडश संस्कारों, वास्तुप्रकरण के अन्तर्गत भूमि-परीक्षण, गृहारम्भ, गृहप्रवेश आदि की विधियों का वर्णन इस ग्रन्थ को उपयोगी सिद्ध करता है। श्री सत्यनाराणव्रतकथा, रूद्राष्टाध्यायी, श्री विष्णुसहस्रनाम सहित विविध कामनाओं की पूर्ति हेतु अनेक सिद्धमन्त्रों की प्रयोगविधि, विविध सूक्तों, स्तोत्रादि को समाविष्ट कर ग्रन्थ को विशिष्ट स्वरूप में उपस्थापित करने का प्रयास किया गया है। यज्ञमण्डप, कुण्डनिर्माण, वेदिकाओं की रंगीन चित्रावलियों के साथ ही अनेक नित्य नैमित्तिक काम्य कर्मों का प्रयोग इस ग्रन्थ की अन्यतम विशेषता है। इस अन्य से कर्मकाण्ड के विद्वानों को यत्किञ्चित् भी लाभ मिला तो मैं स्वयं को धन्य अनुभव करूँगा-
“आ परितोषाद्विदुषां न साधु मन्ये प्रयोग विज्ञानम्”
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