Sanskrit Vangmay Ka Brihad Itihas Khand 4 (संस्कृत वाङ्गमय का बृहद इतिहास भाग-चार काव्य खण्ड)
₹650.00
Author | Acharya Baldev Upadhyaya |
Publisher | Uttar Pradesh Sanskrit Sansthan |
Language | Hindi & Sanskrit |
Edition | 2nd edition, 2020 |
ISBN | - |
Pages | 632 |
Cover | Hard Cover |
Size | 23 x 3 x 15 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | UPSS0004 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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संस्कृत वाङ्गमय का बृहद इतिहास भाग-चार काव्य खण्ड (Sanskrit Vangmay Ka Brihad Itihas Khand 4) प्रस्तुत ग्रन्थ संस्कृत वाङ्गमय का बृहद इतिहास का चतुर्थ भाग है, जिसमे काव्य (महाकाव्य-मुक्तक-प्राकृत-शास्त्र-ऐतिहासिक सन्देश जैन-स्तोत्र-गीति-राग-सुभाषित एवं परवर्ती काव्य) खण्ड का वर्णन किया गया है। इस ग्रन्थ के प्रधान सम्पादक स्व० पद्मभूषण आचार्य श्री बलदेव उपाध्याय तथा सम्पादक प्रो० राधावल्लभ त्रिपाठी जी है, जो उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ द्वारा प्रकाशित किया गया है। यह पुस्तक हार्डकवर संस्करण में 632 पृष्ठों के साथ संस्कृत एवं हिन्दी भाषा में उपलब्ध है।
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