Vedokta Vastu Shanti Paddhati (वेदोक्त वास्तुशांति पद्धति:)
₹65.00
Author | Pt. Shivadatt Mishr Shastri |
Publisher | Chaukhamba Krishnadas Academy |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 2019 |
ISBN | - |
Pages | 134 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 2 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | CSSO0398 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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वेदोक्त वास्तुशांति पद्धति: (Vedokta Vastu Shanti Paddhati) कर्मकाण्ड-साहित्य में वास्तुशान्ति का स्थान सर्वोच्च एवं महत्त्वपूर्ण है। नवनिर्मित गृहप्रवेश से सम्बन्धित वास्तु-शान्ति नपेक्षित है। यह शास्त्रीय विधान है। ऐसा नहीं होने से सर्वदा अनिष्ट की नाशङ्का बनी रहती है। जैसे-गृह-कलह, जकाल मृत्यु, दुःस्वप्न दर्शन, अत्यधिक ऋणग्रस्तता एवं सन्तान चिन्ता आदि अनेकानेक उपद्रव होते रहते हैं। और गृहरासियों को घर न सहते की आशङ्का हो जाती है। अतः शास्त्रोक्त विधि से वास्तु शान्ति कर के ही गृह में निवास करना सर्वथा सुखप्रद होता है।
वास्तु-शान्ति कराने के लिए अब तक साँग परिपूर्ण एवं सर्वथा विशुद्ध कोई संस्करण उपलब्ध नहीं था। इससे कर्मकाण्ड कराने वाले विद्वानों को बड़ी कठिनाई होती थी और जिस किसी तरह से ही में अपना काम चलाते थे।
विद्वद-वर्ग की समस्त कठिनाइयों को ध्यान में रखकर ही मैंने आधुनिक शैली में, विशुद्ध संशोधन सम्पादन, मन्त्रों में परिपूर्णता, पद्धति में सर्षया स्पष्टीकरण और परिमार्जित ‘शिवदती’ हिन्दीटीका के साथ प्रस्तुत पुस्तक सम्पादित किया है। इसमें स्वस्तिवाचन, प्रधान सक्नुस्प, गणेशाम्बिका पूजन, कलश-स्थापन एवं पूजन, दिग्रक्षण, पञ्चगब्यकरण, बलिवान, पञ्चभू-संस्कार, अग्निस्थापन, षोडशोपचार वास्तुपूजन एवं गृहप्रवेश प्रयोग आदि गृहवास्तु-पूजन सम्बन्धी अनेक विषय दिये गये हैं।
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