Brihat Parasara Hora Sastram Set of 2 Vols. (बृहत पाराशर होरा शास्त्रम् 2 भागों में)
₹640.00
Author | Dr. Suresh Chandra Mishra |
Publisher | Ranjan Publication |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 2023 |
ISBN | 81-88230-53-7 |
Pages | 1458 |
Cover | Hard Cover |
Size | 14 x 3 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | RP0008 |
Other | बृहत पाराशर होरा शास्त्रम् दो भागों में सम्पूर्ण, 101 अध्याय, 4500 श्लोक सर्वश्रेष्ठ प्रामाणिक संस्करण |
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बृहत पाराशर होरा शास्त्रम् 2 भागों में (Brihat Parasara Hora Sastram Set of 2 Vols.) ज्योतिष शास्त्र के प्रवर्तकों में महर्षि पराशर का सर्वोच्च स्थान है। पाराशर होराशास्त्र भारतीय ज्योतिष में सर्वोपरि माना जाता है। वास्तव में पाराशर सिद्धान्तों का विस्तार ही सम्पूर्ण ज्योतिष है। पाराशर नियमों के बिना ज्योतिष कल्पना मात्र भी सम्भव नहीं है। इन्हीं सब पाराशर सिद्धान्तों का प्रतिपादन प्रस्तुत ग्रन्थ बृहत् पाराशर होरा शास्त्र है। इसे पढ़ने के बाद कुछ भी पढ़ना बाकी नहीं रहता।
विभिन्न संस्करणों में परस्पर विराधी बातों का समन्वय करते हुए दाक्षिणात्य व उत्तर भारतीय रूपों व मान्यताओं का समाहार करके विद्वान व्याख्याकार ने विस्तृत व्याख्या भी दी है। दक्षिण भारत की कई अप्रकाशित व प्रकाशित पुस्तकों से भी इस संस्करण में सहयोग लिया गया है। शताध्यायी होरा के रूप में प्रसिद्ध यह ग्रन्थ शास्त्र के संदर्भ में सर्वोच्च न्यायालय की तरह अन्तिम निर्णय देता है। पाराशर व उनका यह होराशास्त्र फलित कथन के लिए पहली व अंतिम सीढ़ी है।
प्रत्येक गुत्थी को सुलझाते हुए यह समालोचनात्मक संस्करण वास्तविक व निःसंदिग्ध अर्थ से ओतप्रोत है। भारतीय ज्योतिष की आत्मा पाराशर होराशास्त्र में ही बसती है। सुविस्तृत, कपोल कल्पना व मिलावट से रहित सर्वतोभावेन अर्थबोधक व्याख्या से युक्त एक प्रामाणिक संस्करण, जो स्वयं एक पुस्तकीय पुस्तकालय भी है।
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