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Artha Sangraha (अर्थसंग्रहः)

200.00

Author Madhav Janardan Ratate
Publisher Bharatiya Vidya
Language Sanskrit & Hindi
Edition 1st edistion, 2022
ISBN 978-93-95392-02-2
Pages 241
Cover Paper Back
Size 13 x 1.5 x 21 (l x w x h)
Weight
Item Code TBVP0076
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Description

अर्थसंग्रह: (Artha Sangraha) आचार्य लौगाक्षि भास्कर के द्वारा रचित ‘अर्थसंग्रह’ मीमांसा दर्शन का प्रकरण अन्थ है। मीमांसा दर्शन में प्रवेश के लिए इच्छुक जिज्ञासु छात्रों के लिए यह ग्रंथ अत्यंत उपयोगी है। इस ग्रंथ में वेद के पाँच विभाग- विधि, मंत्र, नामधेय, निषेध तथा अर्थवाद का विस्तार से वर्णन करने के साथ ही साथ धर्म, भावना आदि अनेक विषयों का विवेचन भी किया गया है। अर्थसंग्रह के अध्ययन से मीमांसा दर्शन के प्रमुख सिद्धांतों का ज्ञान हो जाता है। प्रस्तुत हिन्दी टीका में इस ग्रंथ के हरेक विषय का सरल भाषा में विशद विवेचन किया गया है। ग्रन्थ के परिशिष्ट में छात्रों के लिये उपयोगी लघु उत्तरीय प्रश्नावली तथा रेखाचित्र का समावेश भी किया गया है।

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