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Gandhi Ki Hatya Kya Sach Kya Jhuth (गाँधी की हत्या क्या सच,क्या झूठ)

20.00

Author Chunnibhai Vaidya
Publisher Sarv Sewa Sangh Prakashan
Language Hindi
Edition 12th edition, 2014
ISBN 978-93-83982-19-6
Pages 40
Cover Paper Back
Size 13 x 0.2 x 21 (L x W x H)
Weight
Item Code SSSP0048
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Description

गाँधी की हत्या क्या सच क्या झूठ (Gandhi Ki Hatya Kya Sach Kya Jhuth) भारत की सनातन धारा को, जिसे महात्मा गांधी ने युगधर्म से जोड़कर राष्ट्रीय जन-आन्दोलन और सत्याग्रही प्रक्रिया द्वारा अधिक गतिशील बनाया था, प्रदीप दलवी के मराठी नाटक ‘मी नाथूराम गोडसे बोलतोय’ को माध्यम बनाकर एक बार फिर अवरुद्ध करने की कोशिशें की जा रही हैं। इसके पीछे जो शक्तियाँ काम कर रही हैं वे धार्मिक उन्माद पैदाकर लोक-विरोधी अपना राजनीतिक उद्देश्य सिद्ध करना चाहती हैं। झूठ, भ्रम और अर्धसत्य (जो असत्य से भी अधिक घातक होता है) फैलाना, विभिन्न धर्मावलम्बियों के बीच नफरत की खाईं चौड़ी करना उनका मुख्य काम है। महात्मा गांधी का व्यक्तित्व एवं विचार उनके इस प्रयास में आज भी एक जबरदस्त अवरोध बनकर खड़ा है। अतः उनकी दैहिक हत्या के पचास साल बाद फिर से उस महापाप का औचित्य सिद्ध करने की कोशिश शुरू हुई है। यह काम सत्य का वध और असत्य का प्रसार करके ही सम्भव होगा, शायद ऐसा उन्हें विश्वास है। लेकिन हमारी आस्था है कि भारत की आत्मा ‘सत्यमेव जयते’ की जगह ‘असत्यमेव जयते’ को कभी भी स्वीकार नहीं करेगी। अपनी इसी आस्था को उजागर करते हुए, सर्वोदय-आन्दोलन के वरिष्ठ कर्मयोगी, चिन्तक, लेखक श्री चुनीभाई वैद्य ने महात्मा गांधी की हत्या के सन्दर्भ में गढ़े गये, फैलाये गये और फैलाये जा रहे झूठ का पर्दा उठाकर सत्य को, तथ्य को प्रस्तुत करने का पराक्रम किया है इस पुस्तिका ‘गांधी की हत्या : क्या सच, क्या झूठ’ के माध्यम से।

गुजराती, मराठी, उर्दू, अंग्रेजी आदि कई भाषाओं में इस पुस्तिका के अनुवाद छप चुके हैं और हर भाषा-भाषी लोगों ने इसका हार्दिक स्वागत किया है। सर्व सेवा संघ प्रकाशन द्वारा हिन्दी का यह संस्करण प्रकाशित करते हुए सन्तोष और सार्थकता का अनुभव हो रहा है। हमें आशा है कि अन्य संस्करणों की भाँति इस संस्करण का भी जिज्ञासु नागरिकों द्वारा भव्य स्वागत होगा।

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