Vyavsay Ka Chunav Aur Aarthik Sthiti (व्यवसाय का चुनाव और आर्थिक स्थिति)
₹90.00
Author | Jyotivrid Jagganath Bhasin |
Publisher | Ranjan Publication |
Language | Hindi |
Edition | 2nd edition, 2020 |
ISBN | - |
Pages | 144 |
Cover | Paper Back |
Size | 13 x 1 x 21 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | RP0040 |
Other | Dispatch In 1-3 days |
10 in stock (can be backordered)
CompareDescription
व्यवसाय का चुनाव और आर्थिक स्थिति (Vyavsay Ka Chunav Aur Aarthik Sthiti) प्रस्तुत पुस्तक में हमने व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को ज्योतिष की सहायता से व ज्योतिष के ही दृष्टिकोणों से स्पष्ट करने का यथासंभव प्रयत्न किया है। जहाँ हमने ज्योतिष के विशेष नियम, जैसा कि ‘धन का लग्नों से सम्बन्ध’; ‘स्वक्षेत्री शुभ ग्रह और केतु की एक ही भाव में स्थिति से विशेष धनार्जन’; ‘सुदर्शन विचार से धन बाहुल्य’; स्वामी दृष्ट भाव से धनाधिक्य, ‘कारकाख्य योग से प्रचुर धन’, ‘चन्द्राधियोग से करोड़ों की आय’; ‘विपरीत राजयोग से लाखों करोड़ों की आमदनी’, ‘पाराशरीय धर्मकर्माधिपतियों से समृद्धि’, आदि-आदि अनेक उपयोगी तथा बहुमूल्य सिद्धान्तों पर अध्याय लिखकर पाठकों को धन की प्रचुरता का दिग्दर्शन करवाना चाहा है-वहीं हमने ज्योतिष के कुछ अलभ्य एवं अप्रचलित के नियमों का उल्लेख सम्भवतया पहली बार किया है।
हमें पूर्ण विश्वास है कि ‘किस व्यवसाय से धन’ तथा ‘धन कितना और कब?’ आदि अध्यायों को पढ़कर आप अनुभव करेंगे कि धन निर्णय के सम्बन्ध में आपको नए सिद्धान्त प्राप्त हुए हैं। यह पुस्तक हमारे निरन्तर अनुसंधान का परिणाम है। इसके साथ-साथ ‘धन-प्राप्ति के स्रोत’; ‘धन प्राप्ति का समय तथा मात्रा’; ‘व्यवसाय चुनने की पद्धति’, आदि अध्यायों में व्यक्ति की आर्थिक स्थिति के स्त्रोत, व्यवसाय, मित्र, सम्बन्धी आदि का वर्णन किया गया है। अन्त में ‘व्यवसाय चुनने की पद्धति’ नामक अध्याय स्वयं एक विशेषता है। इसमें स्पष्ट रूप से यह दिखाया गया है कि व्यक्ति किस पद्धति से किस व्यवसाय का चुनाव करे कि वह उसको धनदायक सिद्ध हो। साथ ही यह अनुमान करने की विधि भी बताई गई है कि व्यक्ति का वेतन अथवा आय कितनी मात्रा में रहेगी
Reviews
There are no reviews yet.