Shiv Saparya Paddhati (शिव सपर्या पध्दति)
₹136.00
Author | Pt. Devnarayan Gaud |
Publisher | Daivgya Mandir Kanpur |
Language | Sanskrit |
Edition | 2nd Edition |
ISBN | - |
Pages | 223 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 2 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | DMK0003 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
10 in stock (can be backordered)
CompareDescription
शिव सपर्या पध्दति (Shiv Saparya Paddhati) माता पार्वती एवं पिता शिवशंकर की कृपा से तथा उन्हीं के आदेश से शिव सपर्या पद्धति का नवीन एवं सवर्द्धित संस्करण प्रकाशित होने जा रहा है। पिछले संस्करण सभी प्रकार से उपयोगी एवं लोकप्रिय हुये। प्रत्येक संस्करण को देखने से कुछ न कुछ कमी प्रतीत होती है। शिवजी अनन्त हैं फिर भी ऐसा प्रयास रहता है कि इसमें कुछ और सामग्री की वृद्धि करके पुस्तक की उपयोगिता में वृद्धि करें। उसके उस संशोधित संस्करण में पृथक रूप से शतरुद्री, अष्टोत्तरशत बिल्वपत्रार्पण स्तोत्र तथा रुद्रस्वाहाकार को भी लगा दिया है, उससे पुस्तक के पृष्ठ संख्या में भी वृद्धि हो गयी है।
वर्तमान समय में समाज की नयी पीढ़ी में कर्मकाण्ड के प्रति एक प्रकार की अनास्था सी भावना घर कर रही है। उसका एक कारण यह भी है कि उन्हें सनातन धर्म का पूरा ज्ञान उनके ढंग से नहीं है। अतएव वे लोग इसकी उपेक्षा करने लग गये हैं। इन्हें उनके तकों का सकारण उत्तर चाहिए। क्लिष्ट विषयों से वे दूर रहना चाहते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए, देश-काल परिस्थितियों के अनुसार, यह संकलन मैने समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया है। इसमें हिन्दी के माध्यम से भगवान शंकर के पूजन का क्रम दिया है। मुझे पूरी आशा है कि उसके द्वारा शिवभक्तों को सुगमता एवं सुविधा प्राप्त होगी। कानपुर नगर के सभी गुरु जनों की सहमति आशीर्वाद एवं उत्साहवर्द्धन द्वारा जो सहयोग दिया गया उसके लिए मैं उनका विशेष आभारी हूँ। भगवान शिव इन सबका कल्याण करें। सभी विज्ञ पाठकों से हमारा विनम्र निवेदन है कि मुद्रण कार्य में यदाकदा दृष्टि दोषवश त्रुटियाँ रह जाती हैं, कृपा करके उन्हें सुधार लें तथा क्षमा प्रदान करें।
Reviews
There are no reviews yet.