Vinay Patrika (विनय पत्रिका)
₹60.00
Author | - |
Publisher | Gita Press, Gorakhapur |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 87th edition |
ISBN | - |
Pages | 366 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 2 x 21 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | GP0130 |
Other | Code - 105 |
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विनय पत्रिका (Vinay Patrika) विनय पत्रिका अध्यात्मिक जीवन को परिलक्षित करती है। इस में सम्मलित पदों की संख्या 279 है। विनय पत्रिका तुलसीदास के 279 स्तोत्र गीतों का संग्रह है। प्रारम्भ के 63 स्तोत्र और गीतों में गणेश, शिव, पार्वती, गंगा, यमुना, काशी, चित्रकूट, हनुमान, सीता और विष्णु के एक विग्रह विन्दु माधव के गुणगान के साथ राम की स्तुतियाँ हैं।
इस विनय-पत्रिकाके दूसरे संस्करणमें पाठका संशोधन विशेषरूपसे किया गया था। संस्कृत और अधिकांश संस्कृत-पदोंमें प्रायः शुद्ध शब्दोंका प्रयोग रखा गया था। अन्य पदोंमें प्रायः पूर्ववत् ही पाठ रखा था। भावार्थमें अनेकों आवश्यक संशोधन किये गये थे। परिशिष्टमें कथा-भाग जोड़ दिया गया था, जिससे पुस्तककी उपादेयता और भी बढ़ गयी। पाठ और भावार्थके संशोधनमें श्रीरामदासजी गौड़ एम० ए० महोदयसे एवं श्रीचिम्मनलालजी गोस्वामी एम० ए० शास्त्रीसे बड़ी सहायता मिली थी, इसके लिये मैं उनका हृदयसे कृतज्ञ हूँ। तीसरे संस्करणमें भी कहीं-कहीं भावार्थमें साधारण परिवर्तन किया गया था।
श्रीरामकृपासे इसी बहाने कुछ श्रीरामचर्चाकी सुविधा मिल जाती है, यह मेरा सौभाग्य है। महात्मा संत, विद्वान् और विज्ञ पाठक पाठिकाएँ मेरी इस धृष्टताके लिये कृपापूर्वक क्षमा करें।
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