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Kartik Mahatmyam (कार्तिक माहात्म्यम)

51.00

Author Shri Ram Ji Sharma
Publisher Shri Durga Pustak Bhandar Pvt. Ltd.
Language Hindi & Sanskrit
Edition -
ISBN -
Pages 180
Cover Paper Back
Size 14 x 4 x 22 (l x w x h)
Weight
Item Code SDPB0043
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Description

कार्तिक माहात्म्यम (Kartik Mahatmyam) हिंदू धर्म शास्त्रों में कार्तिक का विशेष महत्व है। पद्म पुराण के अनुसार जो व्यक्ति कार्तिक के महीने में प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके पूजा पाठ, तुलसी पूजन, दीपदान ,भजन आदि करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कार्तिक मास में खानपान को लेकर शास्‍त्रों में कुछ विशेष नियम बताए गए हैं। कार्तिक मास में जप, तप, व्रत और मौन आदि का विशेष महत्‍व होता है। इस महीने में भूमि पर शयन, ब्रह्मचर्य का पालन, दीपदान, तुलसी पूजन करने से मनुष्‍य को इसी जन्‍म में मोक्ष की प्राप्ति होती है। काशी में पंच गंगा घाट पर स्नान करने का विशेष महत्व है, यदि संपूर्ण मास स्नान न कर सकते हों तो शुक्लपक्ष की त्रयोदशी, चतुर्दशी तथा पौर्णमासी को स्नान करने से भी संपूर्ण कार्तिक स्नाने का फल प्राप्त होता है।

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