Loading...
Get FREE Surprise gift on the purchase of Rs. 2000/- and above.
-15%

Sabar Mantra Sagar Vol. 2 (शाबरमन्त्रसागर भाग-2)

637.00

Author S. N. Khandelwal
Publisher Chaukhamba Surbharati Prakashan
Language Sanskrit & Hindi
Edition 2023
ISBN 978-9385005275
Pages 608
Cover Hard Cover
Size 14 x 2 x 22 (l x w x h)
Weight
Item Code CSP0762
Other Dispatched in 3 days

 

10 in stock (can be backordered)

Compare

Description

शाबरमन्त्रसागर भाग-2 (Sabar Mantra Sagar Vol. 2) अतिप्राचीन मान्यतानुसार भगवान शिव द्वारा उपदिष्ट एवं कालान्तर में गोरक्षनाथ द्वारा प्रवर्तित शाबरमन्त्र भाषा एवं व्याकरण की दृष्टि से सर्वया अशुद्ध होते हुये भी आर्यावर्त्त के ग्राम्यांचलों एवं वनाञ्चलों सहित अधिकांश भूभाग को अतिक्रान्त कर प्रखर रूप से वर्तमान हैं। वर्तमान वैज्ञानिक युग में भी विशेषकर ग्राम्य एवं वनाइलों में न केवल आधिदैविक बाधाओं से मुक्ति-हेतु, अपितु आधिभौतिक बाधाओं के शमन के साथ-साथ विविध प्रकार के रोगों के निदान रूप में भी इनका प्रयोग किया जाता है एवं आश्चर्यजनक रूप से ये मन्त्र प्रभावकारी सिद्ध होते हैं।

इसी उपयोगिता को ध्यान में रखकर विभिन्न सम्प्रदायगत शावरमन्त्रों को यथा सम्भव संगृहीत कर पुस्तक के आकार में प्रकाशित कर लोगों को उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है तथा इस क्रम में शाबरमन्त्रसागर का प्रथम भाग प्रकाशित हो चुका है। उसी क्रम में इस द्वितीय भाग में मुख्य रूप से इस्लाम धर्म से सम्बन्ध शाबरमन्त्रों को संगृहीत कर पुस्तक का स्वरूप प्रदान किया गया है। मतः इस्लाम जगत में आज भी ये मन्त्र बहुतायत मे प्रचलित एवं प्रभावकारी माने जाते हैं, अतः इनके संकलन के बिना ग्रन्थ की पूर्णता निर्वाध नहीं होता। इस द्वितीय भाग में इस्लामिक शाबर मन्त्रों के साथ-साथ उस सम्प्रदाय में प्रचलित विविध टोनों-टोटकों को भी संगृहीत किया गया है, जिनका उपयोग आज भी विविध रोगों एवं शारीरिक समस्याओं के निदानार्थ किया जाता है। इसके अतिरिक्त सिक्ख, नाम आदि अन्य धनों से सम्बद्ध मन्त्र भी यहाँ संगृहीत हैं। स्पष्ट है कि यह पुस्तक शाबर मन्त्र-साधको के लिये अतिशय उपयोगी सिद्ध होगी।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Sabar Mantra Sagar Vol. 2 (शाबरमन्त्रसागर भाग-2)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Quick Navigation
×