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Sahitya Chintan (साहित्य चिन्तन)

140.00

Author Dr. Pt. Gopinath Kaviraj
Publisher The Bharatiya Vidya Prakashan
Language Hindi & Sanskrit
Edition 2022
ISBN 978-93-91512-00-2
Pages 147
Cover Paper Back
Size 14 x 2 x 22 (l x w x h)
Weight
Item Code TBVP0427
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Description

साहित्य चिन्तन (Sahitya Chintan) यह पुस्तक तन्त्र-आगम, धर्म-दर्शन के क्षेत्र में विश्वविश्रुत साधक मनीषी महामहोपाध्याय डॉक्टर गोपीनाथ कविराज जी की साहित्यिक प्रतिभा का निदर्शन है। उन्होंने काव्यामृत को ब्रह्मानन्दसहोदर अभिहित कर स्वीकार किया है। यह उनकी आरम्भिक दिनों की रचना है, जिसमें उनका साहित्यिक प्रातिभ सशक्तरूप में अभिव्यक्त हुआ है। पुस्तक ‘साहित्यचिन्ता’ के नाम से बांग्ला भाषा में थी, जिसका यह हिन्दी में अनूदित संस्करण है। वस्तुतः साहित्य-समालोचना के व्याज से पह उनका गंभीर परमार्थ-चिन्तन ही शब्दरूप में प्रस्फुटित हुआ है। पुस्तक में न केवल भारतीय साहित्य प्रत्युत् आंग्ल-साहित्य पर भी व्याख्यान है जो कविराज जी के पाश्चात्त्य साहित्य के तलस्पर्शी ज्ञान को प्रकट करते हैं। सारगर्भित शैली में विराट् साहित्यिक चिन्तन को अपने में समेटे यह पुस्तक सभी साहित्य-समाराधकों के लिये पठनीय एवं संग्रहणीय है।

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