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Shuknasopadesh (शुकनासोपदेशः)

85.00

Author Dr. Smt Sudesh Narang
Publisher The Bharatiya Vidya Prakashan
Language Sanskrit & Hindi
Edition 4th edition, 2021
ISBN 978-93-88415-39-2
Pages 112
Cover Paper Back
Size 14 x 1 x 21 (l x w x h)
Weight
Item Code TBVP0043
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Description

शुकनासोपदेशः (Shuknasopadesh) महाकवि बाणभट्ट संस्कृत गद्य साहित्य के देदीप्यमान नक्षत्र हैं। इनकी महनीय कृति ‘कादम्बरी’ संस्कृत साहित्य की अनुपम धरोहर है। प्रस्तुत पुस्तक ‘शुकनासोपदेशः’ कादम्बरी ग्रन्थ से ही संग्रहीत है। ग्रन्थ में युवराज चन्द्रापीड को राज्याभिषेक के पूर्व महामंत्री शुकनास द्वारा प्रदत्त उपदेश राजाओं के साथ ही युवावर्ग तथा सामान्य जन- जीवन के लिए भी अत्यन्त उपयोगी है। यही कारण है कि इन उपदेशों के सार्वदेशिक और सार्वकालिक महत्त्व को ध्यान में रखकर प्रकृत पुस्तक को भारत के विभिन्न महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के विभिन्न पाठ्यक्रमों में स्थान दिया गया है। काव्यशास्त्र के आचार्यों ने काव्य-प्रयोजन में जिस व्यवहारज्ञान का उल्लेख किया है, उसका सर्वोत्तम निदर्शन प्रकृत ग्रन्थ है। अपनी लालित्यपूर्ण सरस शब्द-संयोजन एवं सारगर्भित अभिव्यक्ति के वैशिष्ट्य के कारण यह ग्रन्थ विद्वानों का कण्ठहार बना हुआ है। ग्रन्थ के मूल अंश को चार प्रकार की व्याख्याओं से अलंकृत किया गया है जो इस पुस्तक की अप्रतिम एवं अन्यतम विशेषता है। आशा है संस्कृत के विद्वान् अध्येता एवं विद्यार्थीगण इसका अध्ययन कर जीवन में सफलता प्राप्त करेंगे।

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