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Tattva Anusandhan (तत्त्वानुसन्धान)

180.00

Author -
Publisher Khemraj Sri Krishna Das Prakashan, Bombay
Language Hindi
Edition 2013
ISBN -
Pages 219
Cover Hard Cover
Size 14 x 2 x 22 (l x w x h)
Weight
Item Code KH0077
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Description

तत्त्वानुसन्धान (Tattva Anusandhan) श्रीमत् परमहंस परिव्राजकाचार्य आत्मज्ञानी ब्रह्मनिष्ठ श्रीस्वामी चिद्धनानंद सरस्वतीजीको हम कोटिशः हार्दिक धन्यवाद देते हैं जिहोंने लोकोपकारार्थ और प्राकृत भाषा प्रेमियोंके हितार्थ श्रुति स्मृतियोंका सुंदर सार ले “तत्त्वानुसंधान” नामक सुभग ग्रंथ रचकर अतिदुस्तर दुर्बोध मोक्षका मार्ग खोल दिया. केवल आत्मज्ञानसेही मोक्षकी प्राप्ति होती है वही आत्मज्ञान मुमुक्षुओंके लाभार्थ पूर्णरूपसे इसमें पूर्ण करदिया. संस्कृतवेदांत ग्रंथोंमें जोजो पदार्थ आत्मज्ञानके उपयोगी निरूपण किये हैं वही सर्व पदार्थ इस भाषा ग्रंथमें उक्त श्रीस्वामीजीने निरूपण किये हैं इससे अधिकारी पुरुषोंको इस पुस्तकके श्रवण मननसे आत्मज्ञान अवश्यमेव प्राप्त होगा इसमें क्या विलक्षणता है।

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