Nirmala (निर्मला)
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Author | Munshi Prem Chanda |
Publisher | Bharatiya Vidya Sansthan |
Language | Hindi |
Edition | 2nd edition, 2017 |
ISBN | 9793-81189-06-1 |
Pages | 152 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 2 x 21 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | BVS0079 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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निर्मला (Nirmala) निर्मला, मुंशी प्रेमचन्द द्वारा रचित प्रसिद्ध हिन्दी उपन्यास है। इसका प्रकाशन सन १९२७ में हुआ था। सन १९२६ में दहेज प्रथा और अनमेल विवाह को आधार बना कर इस उपन्यास का लेखन प्रारम्भ हुआ। इलाहाबाद से प्रकाशित होने वाली महिलाओं की पत्रिका ‘चाँद’ में नवम्बर १९२५ से दिसम्बर १९२६ तक यह उपन्यास विभिन्न किस्तों में प्रकाशित हुआ।
इस उपन्यास में समाज के उस तबके का चित्रण किया गया है जहाँ साधनों के अभाव में लड़की की शादी उससे दुगनी उम्र के लड़के के साथ कर दी जाती है और लड़की सब कुछ अपना भाग्य समझकर चुपचाप सब सह लेती है। परंतु इतने पर भी सब ठीक नहीं रहता है और उसे अपनी गरीबी का दंश झेलना पड़ता है। इसमें निर्मला भी एक ऐसी ही लड़की है जो सुखी-सम्पन्न घर में जन्म लेती है और पिता की अकस्मात् मृत्यु के बाद रूढ़िवादी परम्परा का शिकार हो जाती है।
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