Shree Durga Saptsati (श्री दुर्गा सप्तशती)
₹32.00
Author | Pt. Shiv Datt Mishra Shastri |
Publisher | Rupesh Thakur Prasad Prakashan |
Language | Hindi |
Edition | 1st edition, 2012 |
ISBN | 157-542-2392549 |
Pages | 128 |
Cover | Paper Back |
Size | 11 x 0.5 x 17 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | RTP0011 |
Other | Dispatched In 1 - 3 Days |
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श्री दुर्गा सप्तशती (Shree Durga Saptsati) दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के लिए सबसे पहले नवार्ण मंत्र, कवच, इसके बाद कीलक और अर्गला स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इसके बाद दुर्गा सप्तशती के पाठ का आरंभ करना चाहिए। अगर आप इस तरह का पाठ करेंगे तो आपकी मनोकामनाएं जल्द पूरी होंगी। साथ ही मा दुर्गा प्रसन्न होकर अपनी विशेष कृपा आप पर बरसाएंगी। दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले श्रीदुर्गा सप्तशती की पुस्तक को साफ स्थान पर लाल कपड़ा बिछाकर रखें. इस दौरान ध्यान रहे कि जिस स्थान पर पुस्तक रखी गई है, उसे शुद्ध कर लें। इसके बाद कुमकुम, चावल और पुष्प से पूजन करें। इसके बाद अपने माथे पर रोली लगाकर पूर्वाभिमुख होकर तत्व शुद्धि के लिए 4 बार आचमन करें।
काम, क्रोध, लोभ और मोह से भी बचें। जगदम्बा भगवती चण्डी की मूर्ति, चित्र या पुस्तक का विधिपूर्वक पूजन करें और इन्हें कुछ ऊँचे पूजा के स्थान पर स्थापित करें। किसी कामना की पूर्ति के लिए पाठ करना हो तो विधि का पालन करना ही चाहिए। निष्काम पाठ के लिए विधि-विधान की उत्नी आवश्यकता नहीं होती। मोटे रूप में इस बात का ध्यान रखें कि कुछ भी न करने से कुछ करना सदा ही अच्छा होता है।
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