Gherand Sanhita (घेरण्ड संहिता)
₹42.00
Author | Dr. Chaman Lal Gautam |
Publisher | Sanskriti Sansthan |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 2018 |
ISBN | - |
Pages | 163 |
Cover | Paper Back |
Size | 12 x 2 x 17 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | SS0006 |
Other | Dispatched in 3 days |
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घेरण्ड संहिता (Gherand Sanhita) प्रस्तुत पुस्तक महर्षि घेरण्ड द्वारा रचित एवं प्राचीन है, इसमें महर्षि ने अपने शिष्य चण्डकापालि को योग का जो उपदेश दिया है वह संक्षेप में होने पर भी सार रूप से अत्यन्त महत्वपूर्ण और गागर में सागर भर देने के समान है। इस ग्रन्थ का प्रणयोग योग की तान्त्रिक पद्धति में हुआ है, जो कि साधारण साधक के लिए कठिन प्रतीत होता है। इसमें हठयोग की क्रियाओं का वर्णन करते हुए षट्कर्म के प्रकार, आसन, मुद्रा, प्रत्याहार प्राणायाम, ध्यान और समाधि का जैसा निरूपण हुआ है, वह योग जिज्ञासुओं के लिए अन्यन्त उपयोगी है।
हमने इस संस्करण में मूल ग्रन्थ की सरल टीका देकर यह प्रयत्न किया है कि साधारण साधक भी इसस योग विषय समुचित जानकारी प्राप्त कर सके। साथ ही विस्तृत व्याख्या देकर विषय वस्तु को और भी अधिक स्पष्ट कर दिया है, जिससे इसके पठन-पाठन में सुबोधता और सरलता आ गई है। व्याख्या में ग्रन्थकार के मन्तव्य का अन्य प्राचीन ग्रन्थों के समन्वय द्वारा सुपुष्ट और सुसंगत सिद्ध होने से उनके अनुशासन की व्यावहारिकता को किसी प्रकार अमान्य करना नहीं बनता। इस कारण ग्रन्थ के पूर्ण उपयोगी होने में भी कोई सन्देह शेष नहीं रहता। हमें आशा है कि हमारे इस प्रयत्न से योग-जिज्ञासु साधारण पाठक ही नहीं अध्ययनशील विद्वान् साधक भी लाभ उठा सकेंगे और ऐसा होने पर ही हमारे प्रयत्न की सफलता सिद्ध होगी।
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