Maha Lakshami Puja Paddhati (महालक्ष्मीपूजापद्धतिः)
₹35.00
Author | Pt. Chandrashekar Tripathi |
Publisher | Chaukhamba Sanskrit Series Office |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 2001 |
ISBN | - |
Pages | 86 |
Cover | Paper Back |
Size | 12 x 2 x 18 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | CSSO0369 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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महालक्ष्मीपूजापद्धतिः (Maha Lakshami Puja Paddhati) यह पुस्तक कुलप्रकाश तन्त्रसे संगृहित है, जिसका पुस्तककी हस्त-लिखित प्रतियोंमें स्पष्ट उल्लेख है, परन्तु आजकल कुलप्रकाश तन्त्रके प्रकाशनका कहीं अस्तित्व नहीं है। अजमतगढ़ स्टेटके अध्यक्ष स्वर्गीय रायबहादुर श्रीमुकुन्दलालजी ‘विशारद’ तथा मैंने भी कुलप्रकाश तन्त्र की बहुत खोज-ढूंढ़ की, अनेक प्रकाशकों, पुस्तक-विकेताओं, प्राचीन पुस्तकालयोंसे इसके जानकारी प्राप्त करने के लिये पत्रव्यवहार किये परन्तु सारा प्रयास व्यर्थ हुआ, कहींसे भी हस्तलिखित तथा छपी कुल- प्रकाश तन्त्रकी पुस्तक न मिली, हां कुछने पुस्तकके अस्तित्वको स्वीकार किया। अन्तमें निराश हो तन्त्र ग्रंथों तथा कोषादिमें इसका अन्वेषण किया गया, फलस्वरूप कई तन्त्र ग्रंथोंमें साथ ही कोषमें भी इस नामका उल्लेख पाया गया, जिससे कुलप्रकाश तन्त्र के अस्तित्व पर पूर्ण विश्वास हो गया, परन्तु स्वामी सत्यदेवके शास्त्र-परिचय नामक ग्रन्थ में कुलप्रकाश तन्त्रको अप्राप्य लिखा देख उसके दर्शनसे निराश ही रहना पड़ा। अतः विवश हो अपने पुस्तकालयके दोनों हस्तलिखित महालक्ष्मी पूजापद्धतिकी प्रतियों पर ही आश्रित रहना पड़ा।
हमारी पुरानी प्रति सोलहवीं शताब्दीकी है, जो ताड़पत्र पर टेढ़े- मेढ़े अक्षरोंमें लिखी है, दूसरी प्रति सं० १९१९ में उसीकी प्रतिलिपि है, जो बांसके कागज पर सुन्दर सुपाठ्य अक्षरोंमें लिखी है, दोनों प्रतियाँ मेरे विद्वान् पूर्वजों द्वारा लिखी गयी हैं, जिसका विशेष विवरण बन बिना मेरे वंश-परिचयके स्पष्ट न होगा, अतः यहाँपर संक्षेपमें उसका थोड़ा-सा वर्णन कर देना अप्रासंगिक न होगा। साथ ही इस पुस्तकका पूर्ण इतिहास भी पाठकों के मनोरंजनका साधन होगा।
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