Samas Shakti Tatha Shabd Shakti (समासशक्ति तथा शब्दशक्ति)
₹495.00
Author | Ranjeet Kumar Mishra |
Publisher | Vidyanidhi Prakashan, Delhi |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 2017 |
ISBN | 978-9385539046 |
Pages | 84 |
Cover | Hard Cover |
Size | 14 x 2 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | VN0009 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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समासशक्ति तथा शब्दशक्ति (Samas Shakti Tatha Shabd Shakti) प्रस्तुत ग्रन्थ ‘समासशक्ति तथा शब्दशक्ति’ व्याकरण-दर्शन के गम्भीर संकल्पनाओं पर आधारित है। शब्द, अर्थ, शब्दार्थ सम्बन्ध, शक्ति की अवधारणा, समासशक्ति, शब्दशक्ति इत्यादि भाषिक सम्प्रत्ययों पर प्रसिद्ध नव्य वैयाकरणों यथा भट्टोजिदीक्षित, कौण्डभट्ट तथा नागेशभट्ट प्रभृति विद्वानों के विचारों का साथ ही नैयायिकों, वैशेषिकों, मीमांसकों आदि के द्वारा इन विषयों पर रखे गए पक्षों पर इस ग्रन्थ में विमर्श प्रस्तुत किया गया है।
सात अध्यायों में विभक्त इस ग्रन्थ के प्रथम अध्याय में व्याकरण-दर्शन की परम्परा एवं प्रमुख वैयाकरणों के योगदानों पर विमर्श किया गया जबकि द्वितीय अध्याय में शब्द एवं उसके स्वरूप, अर्थ के स्वरूप, शब्दार्थ सम्बन्ध आदि विषय सम्मिलित किए गए हैं। तृतीय अध्याय में समास-विमर्श प्रस्तुत किया गया है तथा चतुर्थ अध्याय में समासशक्ति के विभिन्न पक्षों को स्पष्ट करने का प्रयत्न किया गया है।
पञ्चम अध्याय के रूप में शक्ति के स्वरूप, शक्ति-ग्रहोपाय के साथ ही शाब्दबोध की प्रक्रिया को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है। षष्ठ अध्याय के अन्तर्गत स्फोट-विमर्श प्रस्तुत किया गया है जिसमें स्फोट की अवधारणा को स्पष्ट करने के बाद शब्दशक्ति तथा स्फोट के सम्बन्ध को रेखांकित किया गया एवं विभिन्न मतों का खण्डन करते हुए अन्ततः वैयाकरणों के मत की स्थापना का प्रयास किया गया है। सप्तम तथा अन्तिम अध्याय में सभी विषयों के अध्ययन का निष्कर्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
इस ग्रन्थ के विवेच्य विषय भले ही गम्भीर प्रकृति के हैं तथापि इसे सरल शब्दों में प्रस्तुत करने का प्रयत्न किया गया है ताकि विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के लिए यह उपयोगी साबित हो सके।
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