Urubhangam (ऊरुभङ्गम्)
₹30.00
Author | Dr. Ramprabha Ojha |
Publisher | Chaukhambha Krishnadas Academy |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | - |
ISBN | - |
Pages | 74 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 4 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | CSSO0664 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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CompareDescription
ऊरुभंगम (Urubhangam) संस्कृत नाटकों के महान् लेखक महाकवि भास ने अपनी कल्पना से महाभारत के प्रसङ्ग-विदोष (भीम द्वारा दुर्योधन का ऊरुमङ्ग) को अपने एकांकी नाटक ‘ऊरुमङ्ग’ में अत्यन्त आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया है। वस्तुतः इस नाटक ग्रन्य का अध्ययन अध्यापन मात्र साहित्य के छात्र तथा अध्यापकों तक हो सीमित नहीं है, अपितु महाभारत की कथा में अभिरुचि रखने वाले सामान्य जन भी इसे पढ़ने की आकांक्षा रखते हैं। इसका हिन्दी अनुवाद अत्यन्त अपेक्षित था तथा छात्रों के हित में इस ग्रन्थ की सरलतम संस्कृत व्याख्या भो आवश्यक थी, जिसे दृष्टि में रखते हुए मैंने ऊरुमङ्ग का सरल हिन्दी अनुवाद तया ‘प्रभा’ नाम्नी संस्कृत टीका की रचना कर आपके समक्ष प्रस्तुत किया है। यद्यपि इसको अन्य टोकायें भी उपलब्ध हैं, तथापि इस टीका को अत्यन्त सरल एवं स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है। इस ग्रन्थ के विभिन्न संस्करणों में उपलब्ध पाठ भेद को फुटनोट द्वारा नीचे दर्शाया गया है तथा आवश्यकतानुसार तत्तत् पाठों की व्याख्या कर प्रसङ्ग के अनुरूप उसकी सङ्गति दिखलाई गई है।
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