Yog Ek Sampurna Parichay (योग एक सम्पूर्ण परिचय)
₹190.00
Author | Dr. Ram Kumar Agrawal |
Publisher | Chaukhamba Sanskrit Series Office |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 2021 |
ISBN | 978-81-7080-506-9 |
Pages | 150 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 2 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | CSSO0161 |
Other | Dispatched in 3 days |
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योग एक सम्पूर्ण परिचय (Yog Ek Sampurna Parichay) वर्तमान समय में प्रचलित चिकित्सा पद्धतियों में से योग सबसे सुरक्षित चिकित्सा पद्धति एवं जीवन विज्ञान का शास्त्र है। भागम-दौड़ की जिन्दगी एवं विभिन्न प्रकार के तनावों से छुटकारा पाने की कामना से आज का मनुष्य अनेक प्रकार के उपायों को खोजकर व उनका सहारा लेकर अपने आपको सुखी बनाने का प्रयास करता है। विभिन्न वैज्ञानिक एवं तकनीकि उपलब्धियों के बावजूद भी आज के मानव के स्वास्थ्य का स्तर निरन्तर गिरता जा रहा है। योग भारत में उत्पन्न हुआ है और अब संसार भर के विभिन्न भागों में प्रचलित है। योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक स्वास्थ्य की प्राप्त होती है, जिससे व्यक्ति का सम्पूर्ण विकास, शान्ति एवं सत्वांजय की प्राप्ति होती है।
“योग एक सम्पूर्ण परिचय” पुस्तक लिखने की प्रेरणा मुझे दिनों-दिन व्यक्तियों के भागम-दौड़ एवं तनाव की गुजरती जिन्दगी से मिली। इस पुस्तक को मैंने अष्टाङ्ग योग को केन्द्रित किया है, जिसको सोलह अध्यायों में विभक्त किया है।
प्रस्तुत ग्रन्थ को शास्त्र से पूरी तरह जोड़े रखते हुये अधिकाधिक व्यवहारिक एवं चिकित्सा प्रधान बनाने का प्रयास किया गया है। क्लिष्ट शब्दावली के प्रयोग से बचते हुए भाषा को सरल एवं सुबोध बनाने का प्रयास किया गया है। इस पुस्तक के लेखन कार्य में अनेक ग्रन्यों की सहायता ली गई है। उन लेखकों के प्रति हम अपना हार्दिक आभार प्रकट करते हैं।
मैं अपने आदरणीय गुरु डॉ. (श्रीमती) नीरु नत्थानी जी का हृदय से आभारी हूँ व अन्य श्रद्धेय गुरुओं प्रो. मंजरी द्विवेदी, प्रो. बी एम. सिंह, प्रो. नीरज कुमार, प्रो. शिवजी गुप्ता, प्रो. बी के. अग्निहोत्री, प्रो. कमलेश कुमार शर्मा, डॉ. मंगला गौरी, वी. राव के प्रति कृतज्ञ रहूँगा, जिनके दिशा-निर्देशन एवं उत्साहवर्धन के द्वारा इस पुस्तक का लेखन कार्य पूर्ण किया।
इस पुस्तक में आसन, प्राणायाम के जो भी छायाचित्र हैं, वह मेरे छात्र उमाशंकर गहलोत के हैं। मैं उनको साधुवाद देता हूँ कि उनका भविष्य उज्जवलमय हो तथा साथ में अपने छात्र राहुल अग्रवाल को भी साधुवाद देता हूँ कि जो छायाचित्र इस पुस्तक में हैं, वो उनके द्वारा लिये गये हैं।
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