Dipawali Lakshmi Ganesh Kuber Pujan Paddhati (दीपावली लक्ष्मी गणेश कुबेर पूजन पद्धतिः)
₹38.00
Author | Dr. Devnarayan Sharma |
Publisher | Shri Kashi Vishwanath Sansthan |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 2024 |
ISBN | 978-93-92989-99-5 |
Pages | 60 |
Cover | Paper Back |
Size | 14 x 2 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | TBVP0456 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
10 in stock (can be backordered)
CompareDescription
दीपावली लक्ष्मी गणेश कुबेर पूजन पद्धतिः (Dipawali Lakshmi Ganesh Kuber Pujan Paddhati) संसार में सभी लोगों को धन की आवश्यकता होती है। जगत् के सारे कार्यव्यवहार धनार्जन के लिए हो रहे हैं। धन से ही धार्मिक कार्य भी सम्पन्न होते हैं- धनात् धर्म ततः सुखम्। धन की देवी महालक्ष्मी तथा उसके देवता कुबेर हैं। कुबेर को धनाध्यक्ष भी कहा गया है। विपुलवैभव प्राप्ति के लिए दीपावली के दिन लक्ष्मी गणेश तथा कुबेर का पूजन किया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान् गणेश माता लक्ष्मी के दत्तक पुत्र सच्ची हैं। गणेश सदबुद्धि प्रदाता तथा विघ्नविनाश के देवता हैं। धनप्राप्ति के साथ यदि हमारे पास घर सद्बुद्धि न हो तो मनुष्य धन पाकर भी दरिद्र ही रहता है। इसका कारण यह है कि उसका धन दुर्व्यसनों में चला जाता है। दीपावली के दिन सभी लोग अपने घर, वाणिज्यप्रतिष्ठान की सफाई कर उसे पुष्पमालाओं, विद्युत्झालरों से अलंकृत कर महालक्ष्मी गणेश एवं कुबेर का पूजन कर यह प्रार्थना करते हैं कि हमारे ऊपर सदैव लक्ष्मी तथा गणेश की कृपा बनी रहे। काशी में दीपावली की तरह ही देवदीपावली भी एक बड़ा उत्सव का आकार ले चुका है। परिशिष्ट में ‘देवदीपावली’ की भी चर्चा इस पुस्तक की अपनी एक विशिष्टता है। इस पुस्तक की रचना का उद्देश्य यही है कि इसके माध्यम से सामान्यजन भी, जिन्हें संस्कृत का थोड़ा भी ज्ञान है, अपने घर में लक्ष्मी-गणेश का पूजन कर सकें।
Reviews
There are no reviews yet.