Brihad Stotra Ratnavali (बृहद स्तोत्ररत्नावली)
₹56.00
Author | Shree Shiva Jeet Singh |
Publisher | Shree Thakur Prasad Pustak Bhandar |
Language | Sanskrit |
Edition | 1st edition, 2012 |
ISBN | 409-542-2392549 |
Pages | 128 |
Cover | Paper Back |
Size | 13 x 0.5 x 21 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | RTP0066 |
Other | Dispatched In 1 - 3 Days |
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बृहद स्तोत्ररत्नावली (Brihad Stotra Ratnavali) देवताओं की उपासना में उनकी स्तुतियों का विशेष महत्त्व है। इस पुस्तक में गणेश, शिव, विष्णु, श्रीराम, कृष्ण, सूर्य, लक्ष्मी, सरस्वती आदि प्रमुख देवी-देवताओं के प्रसिद्ध स्तोत्रों का संग्रह किया गया है। पुस्तक के अन्त में देवताओं के प्रातःस्मरणीय स्तोत्र, कुछ ज्ञानप्रद आध्यात्मिक स्तोत्र और अकाल मृत्यु और रोगादिसे रक्षा करनेवाले मृत्युञ्जय स्तोत्रका भी संग्रह है। उपासना की दृष्टि से यह पुस्तक सब के लिये विशेष उपयोगी है।
महाकवि कालिदास के ‘स्तोत्रं कस्य न तुष्टये’ इस वचनके अनुसार विश्व में ऐसा कोई भी प्राणी नहीं है, जो स्तुति से प्रसन्न न हो जाता हो। राजनीति के ग्रन्थों में कहा गया है कि ‘साम’ या स्तुति के द्वारा राक्षस आदि भयंकर सत्त्व भी वशीभूत हो जाते हैं। इसीलिये दण्ड, भेद, दान आदि नीतियोंमें ‘साम’ या स्तुति- प्रशंसाको ही सर्वश्रेष्ठ माना गया है। अतएव वेदों से लेकर इतिहास, पुराण एवं काव्योंतक में सर्वत्र सूक्त एवं स्तोत्र भरे पड़े हैं, जिनका संग्रह एक महासमुद्र के समान होगा।
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