Vedo Me Ayurved (वेदो में आयुर्वेद)
₹340.00
Author | Dr. Shri Kapil Dev Dwivedi |
Publisher | Vishva Bharati Research Institute |
Language | Hindi |
Edition | 4th edition, 2018 |
ISBN | 978-81-85246-71-0 |
Pages | 296 |
Cover | Hard Cover |
Size | 14 x 2 x 21 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | VBRI0018 |
Other | Dispatched In 1-3 Days |
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वेदो में आयुर्वेद (Vedo Me Ayurved) वेद विश्व-संस्कृति के आधार स्तम्भ है। आदिकाल से ही वेद मानवजाति के लिए प्रकाश-स्तम्भ रहे हैं। वेदों में ज्ञान और विज्ञान का अनन्त भण्डार विद्यमान है। आयुर्वेद जीवन का अंग है। आधि-व्याधि की विकित्सा आयुर्वेद द्वारा ही संभव है। आयुर्वेदशास्त्र की दृष्टि से वेदों का अनुशीलन करने पर ज्ञात होता है कि चारों वेदों में आयुर्वेद के विभिन्न अंगों और उपांगों का यथास्थान विशद वर्णन हुआ है।
वेदों में आयुर्वेद का उद्देश्य, वैद्य के गुण-कर्म, विविध औषधियों के लाभ आदि, शरीर के विभिन्न अंग, विविध चिकित्सा, हस्तस्पर्श-चिकित्सा, यज्ञ-चिकित्सा, विष-चिकित्सा, कृमिनाशन, दीर्घायुष्य, तेज, ओज, नीरोगता, वशीकरण, कुस्वप्न-नाशन, प्राकृतिक चिकित्सा, शल्य-चिकित्सा, पशु-चिकित्सा आदि पर विस्तृत विवेचन प्राप्त होता है। समस्त सामग्री का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संकलन और आकलन कर १२ अध्यायों में प्रस्तुत किया गया है। अन्त में २८६ औषधियों के गुण-धर्म का पूर्ण विवरण दिया गया है।
पद्मश्री डॉ. कपिलदेव द्विवेदी की गणना वेदों के अग्रणी विद्वानों में की जाती है। प्रस्तुत शोध-पूर्ण ग्रन्थ से लेखक की प्रखर मौलिक प्रतिभा प्रस्फुटित होती है। वेदप्रेमियों और आयुर्वेद-जगत् के लिए यह अत्यन्त महत्त्वपूर्ण और संग्रहणीय ग्रन्थ है।
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