Loading...
Get FREE Surprise gift on the purchase of Rs. 2000/- and above.

Mangalvar Vrat Katha (मंगलवार व्रत कथा) 428

20.00

Author Shiv Datt Mishr Shastri
Publisher Rupesh Thakur Prasad Prakashan
Language Hindi & Sanskrit
Edition 1st edition, 2016
ISBN 428-542-2392544
Pages 24
Cover Paper Back
Size 26 x 0.5 x 13 (l x w x h)
Weight
Item Code RTP0034
Other Dispatched In 1 - 3 Days

 

10 in stock (can be backordered)

Compare

Description

मंगलवार व्रत कथा (Mangalvar Vrat Katha) ग्रहों में मंगल ग्रह की प्रधानता सर्वविदित है। स्कन्द पुराण में लिखा है कि, भूलोकवासी मनुष्यों की तो बात ही क्या, देवता, दानव, गन्धर्व, यक्ष, राक्षसादि भी ग्रहों की पीड़ा से पीड़ित होते हैं। मंगलदेव के प्रकुपित होने से भगवान् श्रीराम को राज्य से वञ्चित होकर, वनवासी होना पड़ा। अतः इनकी शान्ति के लिए स्तोत्र-पाठ, व्रत-कथा, मन्त्र जप एवं यन्त्र-धारण आदि करना परम कल्याणदायक है। इसके लिए मेरे द्वारा सम्पादित ‘ऋणमोचन-मङ्गल-स्तोत्र’ बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुआ है।

प्रस्तुत पुस्तक साधारण पढ़े-लिखे बालक-बालिकाओं, महिलाओं और बड़े-बूढ़ों के लिए हिन्दी भाषा में अत्यधिक उपयोगी है। इसमें पूजन-विधि, व्रत-विधान, कथा, व्रत-उद्यापन एवं माहात्म्य, मंगल-चालीसा, गोचर-फल, मन्त्र-जप-विधान, ऋणमोचन-मङ्गल-स्तोत्र, कवच एवं आरती आदि अनेक विषय दिये गये हैं।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Mangalvar Vrat Katha (मंगलवार व्रत कथा) 428”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Quick Navigation
×