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Narayan Kavach (नारायण कवच) – 484

25.00

Author Acharya Pt. Shivdatt Mishr
Publisher Rupesh Thakur Prasad Prakashan
Language Sanskrit & Hindi
Edition 2010
ISBN 484-5422392540
Pages 32
Cover Paper Back
Size 14 x 2 x 22 (l x w x h)
Weight
Item Code RTP0168
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Description

नारायण कवच (Narayan Kavach) ऐसे में हर किसी को गुरुवार के दिन नारायण कवच का पाठ अवश्य करना चाहिए। नारायण कवच हमारे शरीर और मन की हर प्रकार के भय से रक्षा करती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त कराती है। नारायण कवच का पाठ करने वाले जातक का कभी भी अमंगल नहीं हो सकता है। देवराज इंद्र ने नारायण कवच का पाठ कर हीं महा दैत्यराजों से विजय प्राप्त कर अपना राजपाठ वापस लिया था।

कारा और अंग न्यास के बिना कवचम का पाठ किया जा सकता है या केवल अंतिम चार पंक्तियों का पाठ किया जा सकता है। पाठ शुरू करने से पहले ‘ओम नमो नारायणाय’ या ‘ओम नमो भगवदाय वासुदेवाय’ या अपने गुरु मंत्र का 12 बार जाप करें। ॐ नमो नारायणाय (संस्कृत: ॐ नमो नारायणाय, रोमानीकृत: ॐ नमो नारायणाय, शाब्दिक अनुवाद: ‘मैं परम वास्तविकता, नारायण को नमन करता हूं’),जिसे अष्टाक्षरा (आठ अक्षर) और नारायण मंत्र भी कहा जाता है, है हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय मंत्रों में से एक, और वैष्णववाद का प्रमुख मंत्र हैयह संरक्षण के देवता नारायण को संबोधित एक आह्वान है …

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