Loading...
Get FREE Surprise gift on the purchase of Rs. 2000/- and above.
-13%

Sampurna Mool Shanti Vidhi (सम्पूर्ण मूलशांति विधिः)

27.00

Author Acharya Devnarayan Sharma
Publisher Shri Kashi Vishwanath Sansthan
Language Hindi & Sanskrit
Edition 2023
ISBN 978-93-92989-26-7
Pages 32
Cover Paper Back
Size 18 x 2 x 12 (l x w x h)
Weight
Item Code TBVP0256
Other Dispatched In 1 - 3 Days

 

10 in stock (can be backordered)

Compare

Description

सम्पूर्ण मूलशांति विधिः (Sampurna Mool Shanti Vidhi) स्वयं के सुकृत्यजन्य पुण्य, भगवत्कृपा तथा पितरों के आशीष के फलस्वरूप मानव-कुल में सुयोग्य, सुन्दर पुत्र अथवा पुत्री का जन्म होता है। संसार के सभी मनुष्य ईश्वर से अपनी समृद्धि तथा कुल में अविच्छिन्न सन्तति की परम्परा वृद्धि की कामना करते हैं। जगत् में सामान्यतः वही लोग सुखी माने जाते हैं, जिन्हें ये वस्तुएँ प्राप्त हैं- नित्य निरोगी काया, प्रभूत धन-सम्पत्ति, प्रेम करने वाली तथा मृदुभाषिणी स्त्री एवं आज्ञाकारी सुयोग्य पुत्र । पितृऋण से मुक्ति के लिए प्रत्येक सङ्ग्रहस्थ पुत्र की कामना करता है।

आधुनिक युग में योग्य पुत्र यदि रत्न के समान है तो पुत्री भी किसी मायने में उससे कम नहीं। बल्कि कभी-कभी तो पुत्र की तुलना में कन्या अधिक गौरववर्द्धिनी एवं कुल के लिए आभूषण स्वरूपा बन जाती है। वह न केवल पितृकुल अपितु पतिकुल का भी उद्धार करती है। गृहस्थ जीवन में पुत्र अथवा पुत्री का जन्म यदि गण्डान्त नक्षत्रों में हो जाय तो माता- पिता के मुखमण्डल पर थोड़ी चिन्ता के भाव परिलक्षित होते हैं। प्रस्तुत पुस्तक में गण्डान्त नक्षत्रों में जातक के जन्म पर शास्त्रीय दृष्टि से विचार कर उसकी शान्ति की विधि का उल्लेख किया गया है। इस पुस्तक की सहायता से पुरोहितवर्ग अत्यन्त सरलतापूर्वक गण्डान्तदोष की शान्ति करा सकेंगे।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Sampurna Mool Shanti Vidhi (सम्पूर्ण मूलशांति विधिः)”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Quick Navigation
×