Samved Samhita (सामवेद संहिता)
₹170.00
Author | - |
Publisher | Chaukhambha Sanskrit Pratisthan |
Language | Sanskrit |
Edition | 2021 |
ISBN | 978-81-7084-119-7 |
Pages | 154 |
Cover | Hard Cover |
Size | 14 x 2 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | CSSO0657 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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सामवेद संहिता (Samved Samhita) सामवेद संहिता, हिन्दू धर्म के प्राचीनतम ग्रंथों में से एक है। इसमें वे मंत्र हैं जिन्हें गाया जा सकता है। यज्ञ, अनुष्ठान, और हवन के समय इन मंत्रों को गाया जाता है। सामवेद में यज्ञानुष्ठान के उद्गातृवर्ग के लिए उपयोगी मंत्रों का संकलन है। सामवेद में 1875 ऋचाएं हैं, जिनमें से 75 के अलावा बाकी ऋग्वेद से ली गई है। सामवेद का नाम इस वजह से पड़ा है कि इसमें गायन-पद्धति के निश्चित मंत्र है। सामवेद में पुरानी धुनों (सामन) और ऋग छंदों का मिश्रण है। इसमें ऋग्वेद की तुलना में बहुत कम छंद हैं, लेकिन सामवेद पाठ्य दृष्टि से बड़ा है। सामवेद में विख्यात धुनें शामिल हैं, और ये संभवतः दुनिया की सबसे पुरानी जीवित धुनें है। सामवेद में ‘साम’ शब्द का अर्थ है ‘गान’ और अपने नाम के ही अनुरूप यह पूरा का पूरा वेद गीत के रूप में लिखा गया है। सामवेद में संकलित मंत्रों को देवताओं की स्तुति के समय गाया जाता था।
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