Yagya Saraswati (यज्ञसरस्वती)
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Author | Dr. Ramanuj Upadhyay |
Publisher | Vidyanidhi Prakashan, Delhi |
Language | Hindi |
Edition | 2018 |
ISBN | 978-9385539657 |
Pages | 405 |
Cover | Hard Cover |
Size | 14 x 2 x 22 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | VN0033 |
Other | Dispatched in 1-3 days |
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यज्ञसरस्वती (Yagya Saraswati) पण्डित मधुसूदन ओझा ने (१८६६-१९३९) वेदविद्या के रहस्य को उद्घाटित करने के लिए वैदिकविज्ञान के क्षेत्र में ब्रह्मविज्ञान, यज्ञविज्ञान, वेदाङ्गविज्ञान, पुराणविज्ञान और आगमविज्ञान के माध्यम से वेदार्थ का प्रतिपादन किया है। इनका यह प्रतिपादन संहिता, ब्रह्मण, पुराण, रामायण, महाभारत के प्रमाणों पर आधारित है।
यज्ञसरस्वती के इस सोमकाण्ड नामक प्रथम भाग में प्रथम मण्डल और द्वितीय मण्डल के यूपसंस्कार तक यज्ञसम्बन्धी विषयों का प्रतिपादन किया गया है। यह ग्रन्थ यज्ञ के प्रायोगिक पक्षों का विश्लेषण करता है। शुक्लयजुर्वेद संहिता में मन्त्रों का वही क्रम है जिस क्रम से उनका यज्ञों में प्रयोग होता है। इस ग्रन्थ के अध्ययन से पाठक को यज्ञ की समझ तथा उसकी विधि का ज्ञान सरलरूप में होगा। इस में यज्ञसम्बन्धी अनेक पारिभाषिक पद आये हैं जिनका परिचय सहज रूप यहाँ संभव है। ओझाजी की दृष्टि में संपूर्ण ब्रह्माण्ड यज्ञ है।
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