Vaidik Havan (वैदिक हवन)
₹25.00
Author | Shri Dhar Shastri |
Publisher | Shastri Prakashan |
Language | Sanskrit & Hindi |
Edition | 1st edition, 2016 |
ISBN | - |
Pages | 48 |
Cover | Paper Back |
Size | 18 x 0.5 x 12 (l x w x h) |
Weight | |
Item Code | SP0003 |
Other | Dispach in 1-3 days |
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CompareDescription
वैदिक हवन (Vaidik Havan) प्राचीन धार्मिक ग्रंथो में पग- पग पर हवन की महिमा का गान किया गया है। वेद में यज्ञ का विषय प्रधान है। क्योकि यज्ञ एक ऐसी पद्धति है जिससे मनुष्य का भौतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से कल्याण होता है। भगवान् यज्ञ से प्रसन्न होते है। ‘श्रीमद्भगवद गीता ‘ में कहा गया है – प्रजापति ब्रह्मा ने मनुष्यो के साथ ही साथ यज्ञ को भी उतपन्न किया और उनसे कहा कि इस यज्ञ के द्वारा तुम्हारी समस्त मनोकामनाए पूर्ण होगी। इस ग्रन्थ में यह भी उल्लिखित है कि समस्त प्राणी अन्न से उतपन्न होते है और अन्न की उत्पति वर्षा से होती है। वर्षा यज्ञ से होती है और यज्ञ शुभ कर्मो से होता है। ‘वैदिक हवन’ नामक इस पुस्तक में यज्ञ – हवन के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया है। देवपूजन के अलावा अन्य सामग्री का विभिन्न देवताओ के यज्ञ में परिवर्तन कर दिया जाता है।
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